1:49 AM
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एक रिश्ता जो अभी बन रहा था, टूटने लगा बनने से पहले ! एक सहारे से उठते थे हम, गिर गए मगर उठने से पहले ! जलाने लगे जो उमीदों के चराग , बुझा दिए गए वो जलने से पहले ! कदम जो बढे आपकी दिशा में, रुक गए वहीँ चलने से पहले ! सीखने लगे थे आपसे मुस्कराना, रुला दिया हमें हंसने से पहले ! परिभाषा जीवन की खोजने जो निकले, जिंदगी छिन गयी जीने से पहले ! एक महल बनाया था सपनों की दुनिया में, गिर गया वो भी नींव रखने से पहले! क्या यही अर्थ होता है रिश्तों का, टूटना होता है इनको बनने से पहले! ____________________ |
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