कुछ पल का मिलन भी यादें दे जाता है , शेष पलों में यह गहरी प्यास जगाता है !! कैसा है यह एहसास कैसी ये अनुभूति है , मिटती नहीं चाह ऐसी यह अमृत-वृष्टि है ! चाहता है मन यह मिलन हरपल बार-बार खो जाएँ एक दूजे में, करें प्यार बेशुमार !! . __ किरण Copyright © .. ७/१०/२०१२ .. २०:३३ |