1:11 AM
- कोई तो होता ,
जो रस्मो रिवाज़ों से हटकर भी मेरा साथ देता ,
जो गुनगुनाता मेरे एहसासो को ,
शब्दों से परे भी सुनता मेरे ज़ज़्बातो को ,
कोई तो होता ,
जो बारिशो में फिक्रमंद होते हुए
मेरे लिए सिर्फ छतरी ही न लाता
बल्कि मेरे साथ भींगता वो फुहारों में !
कोई तो होता ,
जो गुणा -भाग-जोड़ -घटाना -हासिल छोड़कर
तितलियों के परो पर रखे हुए
रंगीन सपनो के पीछे
मेरे साथ दौड़ता -भागता !
कोई तो होता ,
रस्मो रिवाजो से परे भी मेरे साथ होता !!
______ किरण !